Saturday 1 July 2017

Unrequited Love

Love never closes however we simply change the way for adoring....

तू मत जा कही भी
तू मत जा किसी और के पास
नहीं तो ये साँसे बंद हो जाएँगी
इसी के बाद। .
जी लेने दे इस बार
ना आऊंगा कभी भी बार बार
बस दो लब्ज दे दे मेरे जान को यार
नहीं तो ये आँखें बंद हो जायँगी इस बार
कह ले सौ बार
जो कहना है यार
बस  दे  दे दो लब्ज उधार
जो रहेंगी मेरे जीने की आवाज
मत जा ऐसे यार
बंद हो जाएँगी ये आँखें इस बार
ओ मेर यार
दे दे न दो लब्ज उधार
कह रहा हु बार बार
मत कर ऐसे इंकार
मान जा न मेरे यार
कह दे ना वो लब्ज एक बार
रह लूंगा मै यार
सुन मेरी आगाज बस एक बार
ना कहूंगा हर बार
बस इस बार
फिर न कहूंगा मेरे यार
क्यों नहीं चाहती यार
क्यों भुला दिया उन लम्हो का प्यार
एक बार तो कह दे न यार
जूठा ही सही बस कह दे न एक बार
तेरी एक जूठी उम्मीद ही सही
रहेंगी तो मेरे साथ
इस बार आखिरी बार और सिर्फ इस  बार.....