Monday 27 February 2017

इस बार उस बार। ..हर बार और बार बार।

                                                              TOKEN OF LOVE
                                                <<<LAST BUT NOT THE LEAST >>>



तेरी आवाज तेरी बात                       
के हम दीवाने है
कुछ बात तो हम में भी है
जिससे आप अनजाने है और
हुए हम बेगाने हैं ।

लवो पे हँसी तेरी है
एहि बात फिर से मेरी है
जिससे आप अनजाने है और
हुए हम बेगाने हैं ।

बात तेरी कुछ ऐसी है
जिसके वजह से हर बार ,
और बार बार
सिर्फ तू मेरी हैं ।                                                    

न मान तू अपना हमें                                                          
न जान तू अपना हमें ,
हम तो बस वही ठहरें है
जहाँ कभी तू ठहरी थी ।

न रोकूंगा कभी तुझे                                      
न सोचूंगा कभी तुझे
बस बार बार और हर बार
मैं मिलूँगा एहि तुझे ।                                  

न आदत है किसी को
ऐसे सताने के,
वो तो तू थी जो
बस बहाने थे ,
तेरे पास आने के ।

तू खुश है तो
गम में हम भी नहीं
तू गुस्सा है लेकिन
नाराज़ हम नहीं ,
बस नम हो जाती है ये पलकें हमारी
जिस वक़्त तेरी चाहत ...,
और तू पास नहीं ।

छड्ड तो तू भी नहीं सकती
छड्ड तो मई भी नहीं सकता
नजाने कैसा प्यार रहा
जो तूने तो छड्ड ही दिया और
मैनु यु तज ही दिया ।

क्या नहीं आयी,
तुझे मेरी बातें याद ;
क्या नहीं सताई मेरी कोई याद ,
उन लम्हों की खातिर ही सही ,
ना करती फिर से इंकार। ....
इस बार उस बार। ..हर बार और बार बार। ...

Tuesday 14 February 2017

क्यूँ मन है बेक़रार

                         Missing you comes in waves..tonight I am drowning....





क्यूँ नहीं आती मेरी याद
क्यूँ नहीं सताती मेरी बात
क्यूँ नहीं करना चाहती बात
क्युँ नहीं करती पहले जैसे याद
क्यों नही कहती वो बात                       
जिससे सुनने को मैं बेताब
क्या अब नहीं रहा तेरा प्यार
जिसके लिए रहा मैं बेक़रार  ॥

न कम है तेरा प्यार
न कम हैं मेरा प्यार
फिर न जाने ,
क्यूँ मन है बेक़रार
खुद से करता तकरार
और फिर ..
वही इंकार -----  वही इंकार --२
मत जा तू। ...
ऐसे करके इंकार। ..
क्यूँ  मन है बेक़रार ----क्यों मन है बेक़रार ....|||

ना करना अब और ...

                   True love never ends but it might be silent sometimes. ..


ना करना अब और प्यार किसी से
रह जाना अनजान सभी से
ना तोडना अब और रिश्ते किसी से
ना जोड़ना यु रिश्ते सभी से
ना सहना अब और दर्द किसी से
ना कहना यु दर्द सभी से
ना पिरोना अब और सपने किसी से
ना बिखेरना यु सपने सभी से
ना होना अब तनहा किसी से
रह जाना यु अनजान सभी से
  ||